अपने हरिद्वार कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सर्वप्रथम वीआईपी घाट पर वैशाखी के पर्व पर गंगा स्नान करने के पश्चात कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक पूजन किया, तो वहीं हनुमान मंदिर में मत्था टेका और हनुमान चालीसा का पाठ किया। मंदिर प्रांगण में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए श्री रावत ने कहा कि वह किसी तरह का कोई प्रायश्चित करने हरिद्वार तीर्थ स्थान की यात्रा करने नहीं आए हैं। बल्कि गंगा और भोलेनाथ का पूजन करने आए हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में तो आदमी हर क्षण प्रायश्चित करता रहता है। हरीश रावत ने कहा कि हनुमान चालीसा का मैं रोजाना पाठ करता हूं। लेकिन मैंने सोचा कि दक्ष मंदिर में हनुमान जी के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करूं, तो मैं आज यहां आया हूं। कहा कि रामनवमी एक महान दिन है। मैं समझता हूं कि इससे किसी की भी भावनाओं को ठेस लगने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। मैं समझता हूं कि कुछ लोग इसे सुनियोजित तरीके से कर रहे हैं। उनको ही इसका नुकसान उठाना पड़ेगा, हरीश रावत ने कहा कि यह एक षडयंत्र पूर्वक चीजे लगती है। क्योंकि रामनवमी एक महान दिन है। इस त्यौहार को सभी लोग मनाते हैं। और रामनवमी भगवान राम के प्रति सभी के मन में श्रद्धा है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम कहते हैं। हमारे संविधान ही मर्यादा का प्रतीक है। और आज अंबेडकर जयंती है, मर्यादाओं का संकल्प लेने का दिवस है। तो यह सब चीजें जो मर्यादा ही ना हो तो यह सब चीजें खत्म हो जाएगी। अगर कोई षडयंत्र पूर्वक यह कर रहा है। तो वो किसी का हित नहीं करता है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेसी नेता हरीश रावत ने कहा कि पार्टी में किसी भी तरह का कोई असंतोष नहीं और ना ही कोई कांग्रेस का विधायक मुख्यमंत्री के लिए अपनी सीट छोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है। कि भाजपा राज्य में गलत राजनीतिक परंपरा नहीं डालेगी और अपनी ही पार्टी के विधायक से सीट खाली करवाएगी और उसी सीट पर मुख्यमंत्री चुनाव लड़ेंगे। कहा कि उनके सामने कांग्रेस के किसी भी विधायक ने नई पार्टी बनाने की बात नहीं कही है। पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष नेता प्रतिपक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष बनाने का फैसला पार्टी हाईकमान का है। और पार्टी के फैसले मानने पड़ते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश संगठन में हरिद्वार जनपद को कुछ नहीं मिला ऐसे मामले नहीं होते हैं। पूरे प्रदेश स्तर को देखते हुए फैसले किये जाते हैं। रावत ने कहा कि कांग्रेस की अप्रत्याशित हार हुई है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में किसी को उम्मीद नहीं थी। कि कांग्रेस चुनाव हारेगी सबको उम्मीद थी कि हम सरकार बनाएंगे विधानसभा के चुनाव नतीजे अप्रत्याशित थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी मजबूती से चुनाव लड़ेगी और हमारा प्रयास होगा कि हम चुनाव जीते।