विकास तिवारी
यूं तो हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण शहर में होने वाले अव्यवस्थित निर्माणों को व्यवस्था से कराने के लिए बनाया गया है शहर में पार्किंग हो भव्य मॉल बने अच्छे मारते बने अच्छे होटल बने कालोनिया सही तरीके से काटी जाए यह सब काम देखना हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण का मुख्य दायित्व है बावजूद इसके प्रदेश सरकार का यह घोड़ा रसूखदारो की खल चुरी के लालच में विकास के जगह विनाश प्राधिकरण बन बैठा है। जो धनबल और बाहुबलियों के सरपरस्ती में बेतरतीब तरीके से उनके मनमर्जी चल रहा है।
वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन 8 अवैध निर्माणों को सील करने गयी HRDA की टीम रसूखदारों के दबाव खानापूर्ति कर आधे में वापस लौटी। बता दें कि 31 मार्च 2022 को हरिद्वार विकास प्राधिकरण द्वारा लगभग 8 अवैध निर्माणों के सील करने के आदेश जारी हुए थे । लेकिन घुड़सवारो के कदम खल चूरी और हरी घास के कारण आधे रास्ते से ही वापस लौट गए। अपने मकसद में कामयाब ना हो सके।
1) नीरज पुत्र नाथीराम, बांगा मार्ट के पीछे विष्णु गार्डन कनखल ( वस्तुस्थिति- सील किया गया)
2) राजकुमार शर्मा प्लाट No 9 बांगा मार्ट के पीछे विष्णु गार्डेन कनखल(वस्तुस्थिति – कंपाउंडिंग में फ़ाइल)
3) संदीप गोयल, नियर रेलक्सओ शोरूम, रेल चौकी (वस्तुस्थिति- बिना सील किये वापिस)
4) डॉ किरण सेठी, डॉ साकेत गुप्ता गुरुबख्श विहार कनखल(वस्तुस्थिति – कंपाउंडिंग में फ़ाइल)
5) अमन गोयल, वाधवा सेनेटरी के बगल में आर्यनगर(वस्तुस्थिति – बिना सील किये वापस)
6) डॉ विशाल वर्मा, संजीवनी हॉस्पिटल, सतिकुण्ड (वस्तुस्थिति – बिना सील किये वापस)
7) डॉ अखिलेश चौहान, पायलट बाबा अस्पताल, देशरक्षक(वस्तुस्थिति – बिना सील किये वापस)
8) प्रबंधक, बंधन पैलेस, आर्यनगर(वस्तुस्थिति – सील किया गया)
बता दें की compounding वह क़ानूनी प्रक्रिया होती है जिसमें मामूली पेनल्टी देकर अवैध निर्माण को वैधता प्रदान कर दी जाती है ! और सवाल यह होता है की केवल निर्माण हो जाने के बाद ही क्यूँ जागता है HRDA ! शहर भर की कई बहुमंजिला इमारतें और होटल HRDA की खल चुरी चोकर खाए जाने की मिसाल बने हुए हैं !