हरिद्वार।
नेत्रदान, रक्तदान, देहदान के प्रति नागरिकों को जागरूक करती मुस्कान फाउंडेशन की अध्यक्षा नेहा मालिक ने बताया कि नेत्रदान की श्रृंखला में 4 फरवरी शनिवार शाम श्रीमती संतोष शर्मा (निवासी शिवालिक नगर) के स्वर्गवास के बाद उनके पुत्र दिव्यांश सूडान ने मुस्कान फाउंडेशन की मदद से उनके नेत्रदान कराने की इच्छा को पूर्ण कर सराहनीय कार्य किया। दुख की इस घड़ी में नेत्रदान जैसे कार्य और समाज को नई रोशनी देने वाली स्वर्गीय श्रीमती संतोष शर्मा के पूरे परिवार के सेवाभाव को नमन है। नेहा मलिक से नेत्रदान कराने के लिए संपर्क किया, तुरंत ही नेहा मालिक ने आई बैंक हिमालयन हास्पिटल जौली ग्रांट की डा. नीलम वर्मा को सूचित किया, उनकी टीम से डा. सिमरन डा. अनुज व डा. स्नेही की मदद से उनके निज निवास शिवालिक नगर, एम क्लस्टर पर जाकर नेत्रदान प्रक्रिया पूरी कराई गई। नेहा मलिक ने बताया कि उनको मेट्रो हस्पिटल से न्यूरो सर्जन डा. सलिल महाजन का फोन आया था। बताया कि दिव्यांश अपनी माताजी के नेत्रदान करने की इच्छा प्रकट कर रहे हैं, उन्होंने मुस्कान फाउंडेशन का नंबर दिया। पुत्र दिव्यांश ने तुरंत ही नेहा मलिक से संपर्क किया और अपनी माताजी के नेत्रदान को संकल्प पूर्ण किया। दिव्यांश से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने अपने पिताजी स्वर्गीय धर्मपाल शर्मा के नेत्रों का भी दान दिसम्बर 2१४ में किया था। नेहा ने जानकारी उनके पूरे परिवार को दी उनके द्वारा दिए गए नेत्रदान को दो नेत्रहीन व्यक्ति दुनिया देख सकेंगे। नेत्रदान जैसे नेक कार्य के लिए कार्य एवं मानवता सेवा के लिए मुस्कान फाउंडेशन ने परिवार का बहुत—बहुत धन्यवाद और आभार व्यक्त किया।