हरिद्वार।
देश विरोधी गतिविधियों के चलते पीएफआई (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) को बैन करने के फैसले का अखिल भारतीय अखाड$ा परिषद ने स्वागत किया है। साथ ही मांग की है कि फ्रंट को चंदा देने वालों और उसको सहयोग करने वालों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड$ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने पीएफआई पर बैन लगाने पर केंद्र सरकार को बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर मजबूत फैसला लेते हुए देश विरोधी ताकतों को कड$ा संदेश दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएफआई के बैनर तले कई इस्लामिक संगठन देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देते आ रहे थे। जांच एजेंसियों की छापेमारी से यह साफ हो गया है कि विदेशों से चंदा उठाते हुए देश को कमजोर करने की साजिश रची जा रही थी। मुस्लिम युवाआें का माइंड वाश कर उनके अंदर कट्टरवादी सोच पैदा कर उन्हें देश के खिलाफ इस्तेमाल करने वालों पर अब केंद्र सरकार ने कड$ा प्रहार किया है। पीएफआई पर बैन लगने से देश के खिलाफ साजिश रचने वालों को कड$ा जवाब मिला है। अखाड$ा परिषद के महामंत्री महंत हरी गिरी ने कहा कि पीएफआई के नेतृत्व में देश विरोधी संगठन गजवा ए हिंद बनाने के लिए काम कर रहे थे। एेसे संगठनों पर नकेल डालना जरूरी हो गया था। पीएफआई पर बैन लगाने के लिए पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि अखाड$ा परिषद एेसे संगठनों पर कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार के साथ खड$ा है।