“अबला” उत्तरा बहुगुणा के गुनाहगार
प्रेस क्लब हरिद्वार के “संवाद” कार्यक्रम
में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पधारे ।
तो यकायक मेरे मष्तिष्क में उत्तरा बहुगुणा
प्रकरण चलचित्र की भांति सामने आ गया।
त्रिवेंद्र जी मे वही पुराना अंदाज दिखाई दिया ।
चुनाव के समय जो मुद्रा प्रत्याशियों की होती हैं
वह दूर- दूर तक नही थी।
विन्रमता कोसो दूर ।
अबला महिला उत्तरा बहुगुणा के गुनाहगार उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हरिद्वार लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी बनाए गए हैं ।
अपने व्यवहार , कार्यशैली के कारण त्रिवेंद्र
समय से पूर्व ही मुख्यमंत्री पद से हटा दिए गए थे।
जनता दरबार में एक शिक्षिका उत्तरा बहुगुणा के साथ एक मुख्यमंत्री, एक राजनेता , एक अनुशासित कहीं जाने वाली पार्टी भाजपा की सरकार के एक
घमंडी कार्यकर्ता ने जिस तरह का व्यवहार किया था ,
वह हमेशा याद किया जाएगा ।
और याद भी क्यों ना किया जाए।
चुनाव है तो आपके फैसलों की ,
आपकी कार्यशैली की चर्चा तो होगी ही ।
क्योंकि एक राजनेता की जवाब देही तो
जनता के प्रति होती है ।
उत्तरा बहुगुण, विधवा, एक शिक्षिका मुख्यमंत्री के जनता दरबार में न्याय मांगने आई थी। उन्हें न्याय बीते भाजपा सहित कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल में नहीं मिल पाया था।
मुख्यमंत्री के जनता दरबार में अपनी गुहार लेकर आई उत्तरा बहुगुणा पर वे बिफर पड़े थे । उन्होंने सवाल किया था कि सरकारी कर्मचारी होते हुए बिना अनुमति के कैसे उनके जनता दरबार में हाजिर हुई ।
तब एक शिक्षिका ने अपने बच्चों के पालन पोषण की दुहाई देते हुए स्थानान्तरण की गुहार लगाई थी, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र आपे से बाहर हो गए थे।मुख्यमंत्री के व्यवहार, उस समय के जो वीडियो वायरल हुए थे उनमें सत्ता का अहंकार सिर चढ़ कर बोलता दिखाई दिया था।
आज भी अपने 4 साल के कार्यकाल की
उपलब्धि का ही बखान हुआ।
मुख्यमंत्री धामी के कार्यकाल का जिक्र तक नही किया ।
पत्रकारों के अनेक सवाल चुप्पी के ही आसपास रहे । त्रिवेंद्र ने हरिद्वार कॉरिडोर योजना पर
मौनव्रत नही तोड़ा । अलबत्ता
“‘मोदी जी आएंगे,
400 पार का नारा बुलंद रहा।
सह आभार :
वरिष्ठ पत्रकार श्री आदेश त्यागी जी