नुमाइंदा ग्रुप ऑफ उत्तराखंड की और से श्री देव सुमन के शहीदी दिवस पर आयोजित गोष्ठी में कई प्रस्ताव पास
-मणिपुर हिंसा को लेकर किया निंदा प्रस्ताव पास
देहरादून।
नुमाइंदा ग्रुप ऑफ उत्तराखंड की और से श्री देव सुमन के शहीदी दिवस पर आयोजित गोष्ठी में कई प्रस्ताव पास करने के साथ साथ विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगो को सम्मानित किया गया।
मंगलवार को गांधी रोड स्थित जिला पंचायत सभागार में श्री देव सुमन के शहीदी दिवस पर एक गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें सबसे पहले मणिपुर हिंसा को लेकर निंदा प्रस्ताव पास किया गया।
यूकेडी के नेता लताफत हुसैन ने श्री देव सुमन के जीवन पर प्रकाश डाला और नुमाइंदा ग्रुप ऑफ उत्तराखंड की सार्थकता पर विस्तार से चर्चा की।
डॉक्टर रणवीर सिंह ने कहा की शहीदों को याद रखना चाहिए, आज के दौर में अमन, भाई चारे की जरूरत हैं। सही सोच के लोगो को आगे आकर देश को बचाना होगा। यूसीसी की जरूरत नहीं, किसी कानून को भी थोपा नहीं जाना चाहिए। कानून पर न तो सदन में चर्चा हो रही हैं और न ही जनमानस मंथन कर रहा हैं। पूर्व मंत्री शूर वीर सिंह सजवान ने कहा की अगर खामोश रहोगे तो मारे जाओगे। संविधान को बदलने की तैयारी चल रही है।
नुमाइंदा ग्रुप ऑफ उत्तराखंड के संयोजक पूर्व मंत्री याकूब सिद्दीकी ने प्रदेश में बढ़ते मेडिकल नशे पर चिंता व्यक्त की। कहा कि प्रदेश का युवा नशे की गिरफ्त में आ चुका हैं, कई घर बर्बाद हो चुके हैं, हालात गंभीर रूप धारण कर चुके हैं, जिम्मेदार खामोश हैं। इसलिए समाज का दायित्व निर्वहन करते हुए नुमाइंदा ग्रुप ऑफ उत्तराखंड ने निर्णय लिया है की प्रदेश भर में नशे के खिलाफ सड़कों पर उतर कर जन जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। फर्जी मुकदमों में फंसाए गए नौजवानों को कानूनी सहायता प्रदान की जाएगी।
इस मौके पर खुर्शीद अहमद ने मानिल बस्तियों के नियमितीकरण को लेकर कहा की प्रदेश की 11 लाख की आबादी मालिन बस्तियों में रहती हैं, सरकार को चाहिए की इस दिशा में जल्द कोई पहल करे। इस मौके पर राजिया बेग ने मणिपुर और यूसीसी पर कहा की सरकार यूसीसी के बहाने जनहित के मुद्दो से ध्यान हटा रही हैं, मणिपुर जल रहा हैं। भोपाल चमोली ने श्री देव सुमन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमे उनके संघर्ष को आत्मसात करने की जरूरत हैं। इंदु नोडियाल, दर्शन लाल, ताहिर अली, इंद्रेश मेखुरी, ताहिर अली, मास्टर अब्दुल सत्तार, आसिफ हुसैन, मंजूर बेग, तोसीर अहमद, इरशाद अहमद, प्रदीप बहुगुणा, आसिफ खान, मौलाना हाशिम उमर आदि ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर पूर्व मंत्री शूर वीर सिंह सजवान, पूर्व आईएएस रणवीर सिंह, पूर्व आईएएस सुवर्धन शाह, पूर्व जज चिरंची लाल, समाज सेवी डॉक्टर एस फारूक, हर्षपति, कुसुम रावत, दर्शन लाल, गरिमा दसोनी, जे एस गोगी, जमीअत उलेमा हिंद देहरादून के जिला अध्यक्ष मुफ्ती रईस अहमद कासमी, पास्टर , प्रधान अब्दुल अजीज, पत्रकार डॉक्टर एम आर सकलानी, प्रदीप बहुगुणा, सोमवारी लाल उनियाल, प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजय राणा, संजेय कोठारी, त्रिलोचन भट्ट, गोल्डन टाइम्स के संपादक डॉक्टर जमशेद उस्मानी, बीबीसी संवाददाता आसिफ जैदी, शाह टाइम्स से शाह नज़र, गोल्डन टाइम्स की मुख्य संवाददाता शाइना परवीन, इकराम अंसारी, हुमा सिद्दीकी, राशिद, साईबा सिद्दीकी, फरजान उल्लाह उस्मानी, सायमा सिद्दीकी, अमानुल्लाह, डॉक्टर शाकिर, मोहम्मद अमान, उबेद फारूकी व ह्यूमेरा को सम्मानित किया गया।