उत्तराखंड हरिद्वार

ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी न होने तक लेखपालों की धरना की चेतावनी

अवैध खनन की शिकायत पर नपाई करने गए लेखपाल से की थी मारपीट
लक्सर।
प्रतापपुर गांव के पास खनन किए जाने की शिकायत पर विगत दिन मौके का निरीक्षण करने पहुंचे लेखपाल के साथ ग्राम प्रधान व उसके साथियों द्वारा मारपीट किए जाने के मामले में पुलिस ने ग्राम प्रधान सहित तीन नामजद व कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ संबंधित धाराआें में मुकदमा दर्ज कर लिया है। उधर ग्राम प्रधान की गिरफ्तारी को लेकर लेखपालों द्वारा पूर्ण कार्य बहिष्कार कर तहसील परिसर में धरना शुरू कर दिया है। तथा ग्राम प्रधान व उसके साथियों की गिरफ्तारी तक अनिश्चितकालीन धरना दिए जाने की चेतावनी दी है।
गौरतलब है कि भगतनपुर गांव निवासी अनूप सिंह सैनी ने लक्सर एसडीएम को शिकायत कर बताया था कि कुछ खनन माफिया प्रतापपुर गांव के पास अवैध रूप से खनन कर रहे है। उक्त शिकायत पर एसडीएम ने तहसील के लेखपाल को मौके पर जाकर निरीक्षण करने के आदेश दिए थे। एसडीएम के आदेश पर लेखपाल अंजू काम्बोज मंगलवार को खनन किए गए स्थल का निरीक्षण करने मौके पर पहुंचा था। उसने बताया गया कि इसी दौरान प्रतापपुर का ग्राम प्रधान अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गया तथा उसने लेखपाल को वहां पैमाइश करने से मना किया तो इस मामले को लेकर बात बिगड$ गई। गुस्साए ग्राम प्रधान व उसके साथियों ने लेखपाल के साथ जमकर मारपीट की तो लेखपाल ने किसी तरह मौके से भाग कर अपनी जान बचाई थी। तथा घटना के संबंध में पुलिस को तहरीर दी थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर ग्राम प्रधान व उसके साथियों के खिलाफ संबंधित धाराआें में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
ग्राम प्रधान व उसके साथियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बुधवार को लेखपालों ने कार्य का पूर्ण बहिष्कार कर तहसील परिसर में धरना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड लेखपाल संघ लक्सर शाखा के सचिव योगेंद्र राणा का कहना है कि उनके साथी लेखपाल सरकारी कार्य से प्रतापपुर गांव में गया था, किंतु इसी दौरान ग्राम प्रधान व उसके साथियों ने उसके साथ बेवजह मारपीट की यह घटना बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि जब तक आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक अनिश्चितकाल के लिए उनका धरना जारी रहेगा। धरना स्थल पर योगेंद्र राणा के अलावा मुकुल कुमार, सचिन कुमार, उम्मेंद नेगी, जितेंद्र सिंह, गोविंद सिंह, राहुल कुमार, संदीप कुमार, व कानूनगो लेखचन्द गुप्ता आदि दर्जनों लेखपाल उपस्थित रहे।

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