हािद्वार।
भेल सेक्टर 4 सामुदायिक केंद्र में जल रही कथक कार्यशाला का समापन समारोह कल देर शाम गोविंद घाट पर धूमधाम से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर छात्रों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यशाला का संचालन प्रसिद्ध कलाकार शंकी सिंह और स्नेह कुमार ने किया। जिसमें भगवान शिव और भगवान कृष्ण की स्तुति में पारंपरिक संगीत के टुकड$े प्रस्तुत किए गए। छात्रों को कथक की जटिल तकनीकों का भी प्रशिक्षण दिया गया, जिससे उनकी इस शा ीय नृत्य कला के प्रति समझ और प्रशंसा में वृद्धि हुई।
समारोह में विशिष्ट अतिथियों और अभिभावकों की उपस्थिति रही। छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए, जो उनके सीखने की यात्रा के समापन का प्रतीक था। एब्स्ट्रैक्ट डिवाइन डांस में संस्था का कहना है कि हम कथक की कालातीत कला के माध्यम से भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम इस सुंदर कला को प्रदर्शित करने और आने वाली पीढियों को इसे सराहने और संजोने के लिए प्रेरित करने के लिए उत्साहित हैं। शंकी सिंह और स्नेह कुमार के विशेषज्ञता साझा करने और छात्रों के अनुभव को समृद्ध करने के लिए धन्यवाद दिया।













































